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Showing posts from February, 2021

Stories....

      स्टोरी- 1 तीन बुजुर्गों  ने तय किया कि वह टापू पर जाकर रहेंगे और ईश्वर (God) को याद करेंगें। तीनों बुजुर्गों ने एक नाव की और पहुंच गए टापू पर...  टापू पर पहुंचकर तीनों बुजुर्गों ने नाव वाले को वापस भेज दिया और उससे कहा कि अब वह यहीं रहेंगे और हर रोज ईश्वर की उपासना करेंगे... कई साल बीत गए। तीनों बुजुर्ग बस ईश्वर की उपासना (Prayer) में व्यस्त रहते।  बहुत सालों के बाद पुजारियों के एक समूह को पता चला कि तीन बुजुर्ग बिना किसी गुरू के जैसे-तैसे ईश्वर की आराधना में लीन है... साधुओं की एक टोली नाव करके उन बुजुर्गों के पास पंहुची और उनको पूजा की सही विधि बताई। तीनों बुजुर्ग बहुत खुश ( Happiness)   हुए... कि उन्हे किसी ने पूजा की सही विधि बताई।  इतना करने के बाद साधुओं  ( Hermit)  की वह टोली नाव करके वहां से चल पड़ी... वो कुछ दूर ही गए होंगे उन्होने देखा कि वो तीनों बुजुर्ग दौड़ते हुए चले आ रहे हैं। उन्हे देखकर साधुओं की टोली हैरान रह गई कि तीनों बुजुर्ग पानी की सतह पर दौड़ रहे हैं।  तीनों बुजुर्ग नाव के पास पंहुचकर पानी की सतह पर खड़...

Story Analysis...

स्टोरी 1.....   हां मैं अपनी जिंदगी से खुश हूं....     स्टोरी का शीर्षक इस प्रकार है... हमें अपनी जिंदगी (Life) में चांहे जो कुछ भी किया हो, जो भी मैनें अचीवमेंट पाया है, मैंने कभी भी अपनी जिंदगी से खिलाबाड़ नहीं किया। हां मैं अपनी जिंदगी से बहुत खुश हूं क्योंकि मैने किसी काम को कल पर नहीं टाला।   1.     स्टोरी टेलर (Story Teller) ने कहानी को एक फार्मेट में रखकर टेलिंग किया है। कहानी का स्क्रिप्ट क्रमासार है, सीढ़ियों के हिसाब से एक के बाद एक संटेस आ रहा है। जिससे लिसनर स्टोरी टेलर से जुड़ा रहता है।   2.     स्टोरी टेलर ने बॉड़ी लैंग्वेज का काफी ध्यान रखा है। स्टोरी टेलर ने हर एक संटेश और शब्द को बॉड़ी लैंग्वेज से समझाने की कोशिश की है... जोकि काबिले तारीफ है।   3.     टेलर ने कहानी के कुछ संटेस में वॉइस (Voice) को गति दे दी है जिससे शब्द इधर-उधर भागने लगे हैं। कुछ जगहों पर स्टोरी टेलर को पॉज (Pause) देना चाहिए था।   4.     कहानी का स्क्रिप्ट (Script) अच्छा है... स्टोरी टेलर ने जिस तरह से ...