Story Analysis...

स्टोरी 1.....

 

हां मैं अपनी जिंदगी से खुश हूं....

 

 

स्टोरी का शीर्षक इस प्रकार है... हमें अपनी जिंदगी (Life) में चांहे जो कुछ भी किया हो, जो भी मैनें अचीवमेंट पाया है, मैंने कभी भी अपनी जिंदगी से खिलाबाड़ नहीं किया। हां मैं अपनी जिंदगी से बहुत खुश हूं क्योंकि मैने किसी काम को कल पर नहीं टाला।

 

1.    स्टोरी टेलर (Story Teller) ने कहानी को एक फार्मेट में रखकर टेलिंग किया है। कहानी का स्क्रिप्ट क्रमासार है, सीढ़ियों के हिसाब से एक के बाद एक संटेस आ रहा है। जिससे लिसनर स्टोरी टेलर से जुड़ा रहता है।

 

2.    स्टोरी टेलर ने बॉड़ी लैंग्वेज का काफी ध्यान रखा है। स्टोरी टेलर ने हर एक संटेश और शब्द को बॉड़ी लैंग्वेज से समझाने की कोशिश की है... जोकि काबिले तारीफ है।

 

3.    टेलर ने कहानी के कुछ संटेस में वॉइस (Voice) को गति दे दी है जिससे शब्द इधर-उधर भागने लगे हैं। कुछ जगहों पर स्टोरी टेलर को पॉज (Pause) देना चाहिए था।

 

4.    कहानी का स्क्रिप्ट (Script) अच्छा है... स्टोरी टेलर ने जिस तरह से स्टोरी टेलिंग (Story Telling) की है ठीक उसी तरह कैमरे का ऐक्शन शानदार रहा है।

 

     Video Link...  https://youtu.be/bxOWcXv_ppc


 
स्टोरी 2....

           मेरे दोस्त की भाभी...



          कहानी का शीर्षक कुछ इस प्रकार है... इंसान को कभी भी परिणाम क्या होगा, क्या      नतीजें आएंगें इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए। आप जो प्रजेंट में कर रहे हो जिस काम को भी उसमें आप अपने को कितना त्याग करते हो कब करते हो... That’s Very  Important...
 
1.    स्टोरी टेलर(Story Teller) हानी को एक सामान्य गति से लिसनर के अंदर उताराता जा रहा है।

 

2.    कहानी में स्टोरी टेलर ने बॉडी लैंग्वेंज को स्टोरी (Story) के हिसाब से समझाने में असफल रहा है। कुछ संटेस में ऐसा लगा रहा है जैसे कहानी को सुनाने वाला भाषण दे रहा हो।

 

3.    कहानी के स्क्रिप्ट (Script) के हिसाब से स्टोरी टेलर ने किरदार को निभानें में कामयाब नहीं रहा। स्टोरी के स्क्रिप्ट के हिसाब से उसे पॉज देकर टेलिंग करने की जरूरत है, जबकि स्टोरी टेलर ने ऐसा नहीं किया है, हांलाकि कुछ संटेसों में अच्छा किया है।

 

4.    कहीं-कहीं पर ऐसा लगता है कि स्टोरी टेलर की वॉइस (Voice) दबी-दबी सी आ रही है। जैसे उसका गला बैठ गया हो इसका कारण है कि वह कहानी को तेज गति से लिसनर को सुना रहा है।

      Video Link... https://youtu.be/GllYRXinx4o


 
निस्कर्ष:  दोनों कहानियों का उद्देशय और कहानी अलग-अलग थी। लेकिन दोनों कहानियों में स्टोरी टेलर का किरदार कहीं-कहीं पर ठीक विपरीत देखने को मिला है। दोनों में एक कॉमन चीज है तो वो कहानी के स्क्रिप्ट का क्रम या यूं कह सकते हैं कि फार्मेट मिलता जुलता था। 

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